🌷मैक्सिमस की स्मृति में 🐾🐾🐾🐾
आज की ख़ुदगर्ज़ दुनिया में बिना वजह ही,
बेइन्तिहा प्यार बाँटना....तुम ने ही सिखाया!
सुख-दुख में हरदम बेझिझक साथ निभाया!
हमारे क़दमों की आहटें भी बोलती हैंबताया!
परेशानियों की धुंध को हमारी ,अपनी मासूम हरकतों से तुमने ही तो मिटाया !!
मौन के कितने अर्थ होते हैं ये समझ, ये एहसास,उसी की बेज़ुबानी नें समझाया !!
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