मेरे सहचर के मदिर सपनों सा महकता दिन ।
मेरे सहगामी की खुशियों के दीपों सा,
अँधेरों के सायों में भी चाँदनी सा दमकता दिन ।।
अपनों की आशीषों और दुआओं से भरा रहे
मेरे सखा की हँसी से खनकता दिन ।
भादो के श्वेत-श्याम वर्णी मेघों की,
गीली छुअन से जागे ओस भीगे गुलाब सा दिन ।।
जन्मदिवस की अनंत
शुभकामनाओं के
इन्द्रधनुषी बन्दनवारों से सजे घर-आँगन सा दिन ।।
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