आज २ ७ जुलाई २०१३ है, अम्मी को गये आज दो महीने हो गये हैं i
यादों की लहरों में डूबते उतराते हुए तस्वीरों वाली एल्बम के पन्ने
पलटते हुए १९९९ की ये कविता हमारे हाथ में आई तो स्मृतियों में
वे घड़ियाँ उभर आईं जब हमने माँ को इसे दिखा कर कहा था
' अम्मी आपका नन्नू इन्टरनेशनल लेखक बनने वाला है ' -
तो उन्होंने मुस्करा कर कहा था ' बनेगा आज तुम्हारे पापा होते - -
तो कितना खुश होते --- - आखिर अपने नाना का असर उस पर भी
तो पड़ा है ' (पापा १९९२ में इस दुनिया से विदा ले चुके थे ) ;
अजब सा संयोग है ! अम्मी की महाप्रयाण की तिथी २७ !!
पापा के जन्मदिन (४ जुलाई ) वाला महीना जुलाई !!! - -और ये कविता !!!!

यादों की लहरों में डूबते उतराते हुए तस्वीरों वाली एल्बम के पन्ने
पलटते हुए १९९९ की ये कविता हमारे हाथ में आई तो स्मृतियों में
वे घड़ियाँ उभर आईं जब हमने माँ को इसे दिखा कर कहा था
' अम्मी आपका नन्नू इन्टरनेशनल लेखक बनने वाला है ' -
तो उन्होंने मुस्करा कर कहा था ' बनेगा आज तुम्हारे पापा होते - -
तो कितना खुश होते --- - आखिर अपने नाना का असर उस पर भी
तो पड़ा है ' (पापा १९९२ में इस दुनिया से विदा ले चुके थे ) ;
अजब सा संयोग है ! अम्मी की महाप्रयाण की तिथी २७ !!
पापा के जन्मदिन (४ जुलाई ) वाला महीना जुलाई !!! - -और ये कविता !!!!

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