हमारी ऊषी ;
भाई- बहनों के बीच की आत्मीयता , साथ-साथ जिया हुआ बचपन की अनमोल यादों वाला वक़्त , एक दूसरे के साथ गुज़ारी हुई ज़िंदगी की कितनी ही ख़ुशगवार और कितनी ही मुश्किल घड़ियॉं **** इन सबके बीच सबसे छोटी बहन का अचानक ही अलविदा कह जाना **** भीतर ही भीतर अजीब सी मयूसीभरा एकाकीपन भर रहा है **** और हमारी खामोश आवाज़ें लाचार हैं ! पिछले बरस उसके जन्मदिन पर हम हिमाचल में थे और हमनें पर्वतों से झाँकती ऊषा की किरणों के चित्र के साथ उसे
आज के दिन की शुभकामनाएँ भेजी थीं ****
आज किसके हाथ भेजूँ कुछ भी समझ नहीं आ रहा !!!!
भाई- बहनों के बीच की आत्मीयता , साथ-साथ जिया हुआ बचपन की अनमोल यादों वाला वक़्त , एक दूसरे के साथ गुज़ारी हुई ज़िंदगी की कितनी ही ख़ुशगवार और कितनी ही मुश्किल घड़ियॉं **** इन सबके बीच सबसे छोटी बहन का अचानक ही अलविदा कह जाना **** भीतर ही भीतर अजीब सी मयूसीभरा एकाकीपन भर रहा है **** और हमारी खामोश आवाज़ें लाचार हैं ! पिछले बरस उसके जन्मदिन पर हम हिमाचल में थे और हमनें पर्वतों से झाँकती ऊषा की किरणों के चित्र के साथ उसे
आज के दिन की शुभकामनाएँ भेजी थीं ****
आज किसके हाथ भेजूँ कुछ भी समझ नहीं आ रहा !!!!
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