२८ दिसंबर २०१६ की उस सर्द शाम नें, हमेशा दहकने वाले , बेकसी के बेदर्द, एकाकी ज़जीरे पर - - - - हम सब बेबस परिजनों को बेरहमी से लाकर पटक दिया है।
हमारी छोटी सी, जापानी गुड़िया सी ऊषी की यादें हमेशा हमारे साथ रहा करती हैं और कोई भी पहचानी आहट उसे हमारी भीगी-भीगी आँखों के सामने लाकर खड़ा कर देती हैं।समझदार दुनिया की बातें दिल से जीने वाले लोगों के पल्ले कहाँ पड़ती हैं !!!!
समझदार लोग समझाते हैं कि यह बहुत बड़ी सच्चाई है कि वक्त हर घाव को भर कर गुज़र जाता है * * * * अपने पर गुज़रती है तो यह बात समझ आती है * * * * लोग झूठ कहते हैं * * * * कुछ घाव कभी नहीं भरते * * * * वे हमेशा ताज़ादम रहते हैं।
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