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सोमवार, 24 जनवरी 2022

🇮🇳 नेताजी के जन्मदिवस पर नमन: मोइरंग में।

🇮🇳भारतीय स्वतंत्रता का अमृत-महोत्सव 🔥
🇮🇳 जन-जन के प्रिय नेताजी सुभाष चंद्र बोसकी पावन स्मृतियों से भरी भारत के पूर्वोत्तर के मणिपुर का मोइरंग की इस पावन धरा और नेताजी को कोटि-कोटि नमन व भावभीनी श्रद्धाँजलि।
वास्तव में नेताजी के परपौत्र चंद्र कुमार बोस ने कुछ समय पूर्व एक साक्षात्कार में सत्य कहा था कि पं जवाहर लाल नेहरू आजाद भारत के प्रधानमंत्री नहीं बने थे। वे ब्रिटेन की रानी के आधीन डोमेनियन स्टेट के प्रधानमंत्री बने थे। नेताजी सुभाष चंद्र बोस  के नेतृत्व वाली आजाद हिंद फौज (आईएनए) ने मणिपुर पर हमला कर उसे ब्रिटेन के शासन से स्वतंत्र कर लिया था  और १४अपैल १९४४ को  आई.एन.ए के कर्नल शौकत अली मलिक ने मोइरंग में तिरंगा झंडा फहराया। वहां पर स्वतंत्र सरकार बहाल हुई। अर्थात भारत की पहली स्वतंत्र सरकार १९४४ में मणिपुर के मोइरंग में  बनी थी। स्वतंत्र भारत की सरकार बनाने के बाद राष्ट्रीय गौरव से भरी आजाद हिंद सेना नें  "कदम कदम बढ़ाए जा, खुशी के गीत गाए जा, ये जिंदगी है कौम की, कौम पर लुटाए जा" की धुन पर दिल्ली की ओर कूच कर लिया था। लेकिन परमाणु बम के हमले से घुटने टेक चुके जापान ने, नागालैंड के कोहिमा की लड़ाई में भारतीय सैनिकों का साथ देनें के स्थान पर अपनी सेना हटा ली और बहादुरी से लड़ती हुई आजाद हिंद फौज के सैनिकों को पराजय का मुंह देखना पड़ा। साढे तीन महीने बाद मोइरंग पर फिर से अंग्रेजो का कब्जा हो गया। इसके साथ ही स्वतंत्र भारत की पहली स्वतंत्र सरकार का प्रभुत्व समाप्त हो गया। - - - - परंतु इस धरती का कण-कण हमें स्वाभिमानी एवं भारतीय अस्मिता के लिए सर्वस्व अर्पित करने वाले क्रांतिवीरों के प्रेरणास्रोत नेताजी की कथा सुनाकर राष्ट्र को सर्वोपरि स्वीकारने का संदेश देती रहेगी।
हमारा परम सौभाग्य था कि १२अक्तूबर २०२१ शाम लगभग ५.३०पर, हम अपने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नेतृत्व में सच्ची स्वतंत्रता का आनंद मनाने वाली इस मिट्टी को नमन कर पाए। पराधीन भारत में (भारतीय राष्ट्रीय सेना द्वारा स्वाधीन की गई), ब्रिटिश उपनिवेशवादी सत्ता को पराजित कर, जहां भारतीय ध्वज फहराई गई थी वहां आज, नेताजी की प्रतिमा के साथ आजाद हिंद फौज का संग्रहालय है। 
हमारे लिए, समय वहां ठहर गया था। उन पावन स्मृतियों के साथ नेताजी के जन्मदिवस पर कृतज्ञतापूर्ण श्रद्धासुमन समर्पित हैं 🙏स्वर्णअनिल ।🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷

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